प्रदेश में में 38 दिन में सीजन की आधी बारिश,सिवनी में सबसे ज्यादा 31 इंच पानी गिरा

भोपाल मानसून की एंट्री के 38 दिन में ही मध्यप्रदेश में सीजन की आधी यानी 50% बारिश हो गई है। सबसे ज्यादा सिवनी जिले में 31.26 इंच पानी गिरा है। 30 जुलाई से एक और स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो रहा है। सबसे ज्यादा सिवनी जिले में 31.26 इंच पानी गिरा है. आज 30 जुलाई से […]

प्रदेश में में 38 दिन में सीजन की आधी बारिश,सिवनी में सबसे ज्यादा 31 इंच पानी गिरा

भोपाल

मानसून की एंट्री के 38 दिन में ही मध्यप्रदेश में सीजन की आधी यानी 50% बारिश हो गई है। सबसे ज्यादा सिवनी जिले में 31.26 इंच पानी गिरा है। 30 जुलाई से एक और स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो रहा है।
सबसे ज्यादा सिवनी जिले में 31.26 इंच पानी गिरा है. आज 30 जुलाई से एक और स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो रहा है. 31 जुलाई से एक बार फिर पूरा प्रदेश तरबतर होगा. Tuesday को छतरपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडौरी और अनूपपुर में तेज बारिश का अलर्ट है.

मौसम विभाग ने बताया कि अभी साउथ-ईस्ट Madhya Pradesh के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है. मानसून ट्रफ गुना, रायसेन, मंडला से होते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है. दो अन्य सिस्टम भी एक्टिव हैं. इस वजह से बारिश का दौर चल रहा है. 31 जुलाई से स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी दिखाई देगी.

प्रदेश में अब तक एवरेज 18.5 इंच बारिश हो चुकी है. यह नॉर्मल बारिश से 1.6 इंच ज्यादा है. पश्चिमी हिस्से- Bhopal , इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, Gwalior-चंबल संभाग में एवरेज से 10 प्रतिशत ज्यादा पानी गिर चुका है. पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, Jabalpurऔर शहडोल संभाग में 4 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है. बारिश के मामले में Jabalpurसंभाग सबसे आगे है. सिवनी, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, मंडला और बालाघाट में सबसे ज्यादा बारिश हुई है. वहीं, रीवा संभाग आंकड़ों में पीछे है.

आईएमडी, भोपाल के वैज्ञानिक प्रकाश दावले ने बताया कि अभी साउथ-ईस्ट मध्यप्रदेश के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। मानसून ट्रफ गुना, रायसेन, मंडला से होते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। दो अन्य सिस्टम भी एक्टिव हैं। इस वजह से बारिश का दौर चल रहा है। 31 जुलाई से स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी दिखाई देगी।